झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार अभियान आज शाम 5 बजे समाप्त हो जाएगा। इस चरण में 43 विधानसभा क्षेत्रों में 13 नवंबर को मतदान होगा, जिसमें एनडीए और इंडिया ब्लॉक के शीर्ष नेता अपने उम्मीदवारों के समर्थन में अंतिम समय तक प्रचार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ अभियान के तहत भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद कर चुनाव अभियान को नई ऊर्जा दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने झारखंड के विकास के लिए डबल इंजन सरकार की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि झारखंड खनिज और वन संपदा से समृद्ध है, परंतु गैर-भाजपा सरकारों के दौरान यह समृद्धि जनता तक नहीं पहुंची। उन्होंने विकास की कमी और बेरोजगारी की बड़ी वजह राज्य में भ्रष्टाचार और प्राकृतिक संसाधनों की लूट को बताया। उनका कहना था कि भाजपा का संगठन कार्यकर्ताओं की ताकत पर आधारित है, जो हर चुनाव में उसे मजबूती से खड़ा करता है। प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों के पिछले पांच साल के वादों को झूठा बताते हुए कहा कि जनता अब उनकी सच्चाई समझ चुकी है।
दूसरी ओर, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पलामू के हुसैनाबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए एनडीए पर राज्य के हितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने झारखंड की कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को रोक दिया, जिससे राज्य के विकास कार्यों में बाधा आई है।
मतदान की तैयारियां और सुरक्षा इंतजाम
चुनाव आयोग ने पहले चरण के मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं, विशेष रूप से संवेदनशील जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पश्चिमी सिंहभूम, लातेहार, लोहरदगा, गढ़वा, और गुमला के 225 संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी के. रवि कुमार के अनुसार, इन केंद्रों पर मतदान कर्मियों को पहुंचाने के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद ली जा रही है। अन्य मतदान कर्मियों को भी कल तक संबंधित केंद्रों पर भेजा जाएगा, ताकि सभी तैयारियां समय पर पूरी हो सकें।
इस चरण में 43 निर्वाचन क्षेत्रों में होने वाला मतदान महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका असर पूरे राज्य की राजनीति पर पड़ सकता है। सभी दलों ने इस चरण को लेकर अपनी रणनीति तेज कर दी है और राजनीतिक विश्लेषकों की नजरें भी इसी पर टिकी हैं।